विकास और आकार:
बोगनविलिया 'सिंगापुर व्हाइट' एक जोरदार, सदाबहार चढ़ाई वाला पौधा या झाड़ी है जो सहारा मिलने पर 10-15 फीट की ऊंचाई तक पहुंच सकता है। यह तेजी से फैलता है और इसे हेजेज, ट्रेलिस या बोनसाई खेती के लिए अलग-अलग आकार में काटा जा सकता है।
पुष्पन:
यह किस्म आश्चर्यजनक शुद्ध सफ़ेद रंग के छोटे-छोटे क्रीम रंग के असली फूलों को घेरे रहती है। यह गर्म जलवायु में साल भर खिलता है, गर्मियों और मानसून के मौसम में इसका अधिकतम फूल खिलता है।
कहां लगाएं:
हेजेज, बाड़, ट्रेलिस, पेर्गोलस या बालकनियों के लिए आदर्श।
इसे गमलों, लटकती टोकरियों या जमीन पर क्यारियों में लगाया जा सकता है।
यह उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय जलवायु में पनपता है, जिससे यह बगीचों, छतों और शहरी परिदृश्यों के लिए एकदम उपयुक्त है।
प्रकाश आवश्यकताएँ:
पूर्ण सूर्यप्रकाश की आवश्यकता होती है (प्रतिदिन कम से कम 6-8 घंटे)।
छायादार क्षेत्रों में फूल कम आते हैं।
पानी की आवश्यकताएँ:
एक बार स्थापित होने पर सूखा-सहिष्णु।
पानी मध्यम मात्रा में दें तथा दो बार पानी देने के बाद मिट्टी को सूखने दें।
अधिक पानी देने से बचें, क्योंकि इससे जड़ सड़ सकती है।
मिट्टी एवं उर्वरक:
अच्छी जल निकासी वाली, थोड़ी अम्लीय से लेकर तटस्थ मिट्टी को प्राथमिकता देता है।
बढ़ते मौसम के दौरान हर 2-4 सप्ताह में संतुलित एनपीके उर्वरक का उपयोग करें।
जैविक खाद से पुष्पन और पौधों का स्वास्थ्य बेहतर हो सकता है।
छंटाई और रखरखाव:
नियमित छंटाई से झाड़ीनुमा विकास और अधिक फूल खिलने को बढ़ावा मिलता है।
नई वृद्धि को बढ़ावा देने के लिए सूखी शाखाओं और मुरझाए हुए फूलों को हटा दें।
उचित छंटाई के साथ इसे बोनसाई या कॉम्पैक्ट झाड़ियों का आकार दिया जा सकता है।
कीट एवं रोग:
सामान्यतः कीटों के प्रति प्रतिरोधी, लेकिन एफिड्स, मीलीबग्स और कैटरपिलर्स को आकर्षित कर सकता है।
नीम के तेल या हल्के कीटनाशक साबुन से संक्रमण का उपचार करें।
अधिक पानी देने से होने वाली जड़ सड़न और फफूंद जनित बीमारियों से सावधान रहें।