एवोकैडो (पर्सिया अमेरिकाना) एक अत्यधिक पौष्टिक फल है, जो स्वस्थ वसा, विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट से भरा होता है। यह सदाबहार पेड़ गर्म जलवायु में पनपता है और इसे घर के बगीचों, बालकनियों, फार्महाउस या बगीचों में उगाया जा सकता है।
कम रखरखाव और लंबे समय तक चलने वाला – न्यूनतम देखभाल के साथ दशकों तक फलता-फूलता है
उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय जलवायु के लिए आदर्श- भारत के गर्म क्षेत्रों में अच्छी तरह से बढ़ता है
गमलों और खुले खेतों के लिए बिल्कुल सही- बगीचों, छतों या बड़े खेतों में उगाया जा सकता है
उच्च बाजार मूल्य और मांग- वाणिज्यिक खेती और निर्यात के लिए बढ़िया
1. आदर्श विकास की स्थितियाँ
जलवायु: गर्म, आर्द्र, या उष्णकटिबंधीय मौसम (20°C - 30°C) पसंद करता है।
मिट्टी: अच्छी जल निकासी वाली, रेतीली-दोमट मिट्टी जिसका पीएच 6-7 हो।
पानी देना: मध्यम लेकिन नियमित पानी देने की आवश्यकता होती है (जलभराव से बचें)।
2. रोपण एवं अंतराल
पौधे लगाने का सर्वोत्तम समय: जून - सितंबर (मानसून) या फरवरी - अप्रैल (वसंत)।
रोपण दूरी:
घरेलू उद्यान: उचित विकास के लिए 10-15 फीट की दूरी रखें।
व्यावसायिक खेती: 15x15 फीट की दूरी (प्रति एकड़ 200-300 पौधे)।
गमले में रोपण: अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी के साथ कम से कम 18-24 इंच के गमले का उपयोग करें।
3. पानी देना और खाद देना
पानी देना:
युवा पौधे – शुष्क मौसम में सप्ताह में 2-3 बार पानी दें।
परिपक्व वृक्ष – सप्ताह में एक बार पानी दें; बरसात के मौसम में पानी कम करें।
निषेचन:
हर 3 महीने में जैविक खाद (गाय का गोबर, वर्मीकम्पोस्ट)
बेहतर फलन के लिए एन.पी.के. (100:50:50 ग्राम/वृक्ष)।
4. रखरखाव और रोग नियंत्रण
छंटाई:
बेहतर फल उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए मृत और कमजोर शाखाओं को हटा दें।
सूर्य के प्रकाश के लिए खुली छतरी बनाए रखें।
कीट एवं रोग नियंत्रण:
सामान्य मुद्दे: जड़ सड़न, एन्थ्रेक्नोज और कैटरपिलर।
जैविक नियंत्रण: रोग की रोकथाम के लिए नीम तेल स्प्रे और कॉपर कवकनाशी का उपयोग करें।
5. फल लगना और कटाई
पहली फसल: फल देने में 3-4 साल लगते हैं (ग्राफ्टेड पौधों के साथ तेजी से)।
फल तोड़ने के बाद पकते हैं – कमरे के तापमान पर रखें।
जब वे गहरे हरे हो जाएं और तने से आसानी से अलग हो जाएं तो उन्हें काट लें।